कुछ उद्देश्य निर्धारित किए जिस पर संकल्पित होकर लगातार कार्य हो रहे हैं।
1) शासकीय महाविद्यालय संघ परंपरागत पाठ्यक्रम संचालित करने वाले महाविद्यालयों का संगठन है इसका उद्देश्य शिक्षा में सामूहिक रुप से नवाचार को बढ़ावा देना और परंपरागत पाठ्यक्रम को नवीन शिक्षा नीति के साथ जोड़कर सशक्त करना है।
2) संगठन से जुड़े हुए महाविद्यालय छात्रों और शिक्षा से जुड़ी समस्याओं को लेकर सरकार के साथ एक सेतु की तरह कार्य करती है।
3) संगठन का अनुसंधान प्रकोष्ठ महाविद्यालय के छात्रों के लिए शिक्षा के साथ प्रशिक्षण के नए तरीके खोजने का कार्य करता है। इस प्रकोष्ठ में संपूर्ण प्रदेश के प्रमुख शिक्षाविदों को शामिल किया जाता है।
4) संगठन की सहायता सेल- संगठन की सहायता से महाविद्यालयों के समक्ष आने वाली प्रशासनिक समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर रहती है 7 सदस्य यह टीम प्रदेश के महाविद्यालयों और उनके छात्रों के समस्याओं के समाधान के लिए निशुल्क परामर्श प्रदान करती है।
5) संगठन का कानूनी सहायता प्रभाग- आशासकीय महाविद्यालय संघ से जुड़े हुए प्रशासनिक एवं शासन स्तर पर किसी समस्या होने पर ना केवल कानूनी निशुल्क कानूनी सलाह दी जाती है बल्कि लीगल सेल से जुड़े हुए एडवोकेट पैनल द्वारा भी मदद की जाती है। सामूहिक मुद्दों पर माननीय न्यायालय के समक्ष वाद प्रस्तुत करने का कार्य भी संगठन की मदद से किया जाता है।
6) प्रदेश के अशासकीय महाविद्यालयों को UGC के मापदंड के अनुसार सशक्त बनाने और आवश्यकता होने पर आर्थिक मदद हेतु आवश्यक सहायता करने का प्रावधान है
7) संगठन सर्व शिक्षा के विकास शासकीय- अशासकीय महाविद्यालयों में समरूपता (सीट संख्या, गुणवत्ता , छात्रवृत्ति ) के लिए संघर्ष करना अशासकीय महाविद्यालयों को योग्यता अनुरूप शासकीय अनुदान प्रदान कराने हेतु प्रयास करना मुख्य उद्देश्य है।